पतंजलि मस्सा की दवाई | मस्से हटाने की दवा | Patanjali Massa Dawai | Patanjali Warts Medicine In Hindi | Patanjali Massa Dawai Wart Medicine In Hindi | Patanjali Wart Medicine
पतंजलि मस्सा की दवाई – आज के समय में चाहे आदमी हो या चाहे औरत. मस्से की समस्या से सभी जूझ रहे हैं. आज के समय में मस्सा एक त्वचा से सम्बंधित समस्या बन गया है जिससे हर कोई परेशांन है. लेकिंग ऐसा देखा गया है के महिलाओं में मस्सा होने की समस्या ज्यादा रहती है.
मस्सा कहीं भी हो सकता है, हाथ, पैर, गरदन, या फिर चहरे पर. चहरे पर जब मास्सा होता है तो ये सबसे ज्यादा परेशानी पैदा कर देता है क्यूंकि तब ये हमारी ख़ूबसूरती में दाग लगा देता है.
मस्सा क्या होता है? – What Is Warts In Hindi
मस्से होने का प्रमुख कारन ह्यूमन पैपिलोमा वायरस (एचपीवी) नामक वायरस है। यह गैर-कैंसरयुक्त है। यह वायरस शरीर में उस जगह से प्रवेश करता है जहां त्वचा कटी और फटी हुई होती है, वहां यह बढ़ता है और त्वचा की बाहरी परत जिसको एपिडर्मिस कहते है उसको प्रभावित करता है।
मस्सो के प्रकार – Types Of Warts In Hindi
वैसे तो मस्से कई प्रकार के होते हैं, पर कुछ प्रमुख के नाम मैं आपको बता देता हु-
आम मस्से – ये मस्से खुरदुरे उभरे हुए मस्से होये हैं जो ज्यादातर हाथों पर पाए जाते हैं।
चपटे मस्से – ये दूसरे मस्सों की तुलना में छोटे और नरम होते हैं। उनके पास सपाट सिरे होते हैं और और ये मस्से चेहरे, हाथ और पैरों पर पाए जाते हैं।
फिलीफॉर्म मस्से – ये धागों की तरह बढ़ते हैं और आमतौर पर चेहरे पर पाए जाते हैं।
प्लांटर मस्से – आमतौर पर पैरों के तलवों पर पाए जाते हैं और जब वे गुच्छों में बन जाते हैं तो मोज़ेक मौसा के रूप में जाने जाते हैं। ये छोटे काले डॉट्स वाले धक्कों और मोटे पैच हैं जो वास्तव में रक्त वाहिकाएं हैं।
पेरियुंगुअल मस्से – ये नाखूनों और पैर के नाखूनों के नीचे और आसपास बनते हैं। उनके पास एक खुरदरी सतह होती है और यह नाखून के विकास को प्रभावित कर सकती है।
आनुवंशिक मस्से – एक यौन संचारित रोग-अम्लता का सबसे आम रूप है। वे शरीर के प्रजनन अंगों जैसे योनि, लिंग, गुदा और अंडकोष पर बनते हैं। वे उभरे हुए या चपटे, अकेले या गुच्छों में बन सकते हैं, और संभोग के दौरान त्वचा के संपर्क से फैलते हैं।
चेहरे पर मस्से होने का कारण
एच.पी.वी. (ह्यूमन पेपिलोमावायरस) नमक वायरस मस्से पैदा करता है जो बहुत संक्रामक होता है और सीधे संपर्क में आने से फैलता है।
अगर आप अपने शरीर पर हुए किसी एक मस्से को छूते हैं और फिर अपने शरीर के दूसरे हिस्से को छूते हैं, तो आप खुद को नए सिरे से अपने आप को संक्रमित कर सकते हैं।
तौलिये, कपड़े या निजी इस्तेमाल की अन्य चीजों का इस्तेमाल करने से यह एक संक्रमित व्यक्ति से दूसरे में फैल सकता है।
हर कोई अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली की ताकत के अनुसार एचपीवी के खिलाफ प्रतिक्रिया करता है। कुछ लोगों को मास्सा होने का खतरा अधिक होता है जबकि अन्य वायरस से प्रतिरक्षित रहते हैं।
मस्सा होने के लक्षण
वैसे तो मस्से शरीर के किसी हिस्से में त्वचा पर एक अतिरिक्त उभार जैसा दिखता है, लेकिन केवल इसके अलावा और भी ऐसे कई लक्षण हैं जिनके बारे में आपको पता होना चाइये।
- मस्सा विभिन्न आकारों या रंगों के हो सकते हैं।
- यह खुरदरा या मुलायम भी हो सकता है।
- इसका रंग गुलाबी, भूरा, या सफेद हो सकता है।
- वैसे तो मस्से में दर्द नहीं होता है, लेकिन अगर मक्का किसी ऐसे हिस्से में है जहां बार-बार दबाव पड़ता है जैसे; पैर के तलवे, या कमर पर तो दर्द हो सकता है।
मस्सा रोकने के लिए उपाए
मस्सों को रोकने या ना होने देने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है, खास तोर पर डाइट प्लान। इससे मस्सो से बचा जा सकता है. या अगर हो गए हैं तो इसे कुछ हद तक बढ़ने से रोका जा सकता है।
मास्सा ना होने के लिए क्या खाना चाहिए
- कद्दू, ब्रोकली, पालक, आदि सब्जियां विटामिन से भरपूर होती हैं जो आपके इम्यून सिस्टम को वायरस से लड़ने की ताकत देती हैं। इनको ज्यादा खाना चाइये।
- फल प्रतिरक्षा प्रणाली को शक्ति देने और मस्सों को कम करने के लिए भी प्रभावी होते हैं। जैसा; कुछ उदाहरण , टमाटर, चेरी, जामुन, आदि हैं।
- प्रोटीन युक्त आहार जैसे; मेवा, साबुत अनाज, अंडा आदि मस्सों में लाभकारी होते हैं।
मास्सा ना होने के लिए क्या नहीं खाना चाहिए –
- सफेद ब्रेड और पास्ता जैसी चीजे कम खानी चाइये।
- ट्रांस वसा युक्त खाद्य पदार्थ जैसे; केक, पेस्ट्री, कुकीज, डोनट्स आदि।
- फास्ट फूड जैसे चाऊमीन और फ्रेंच फ्राइज़।
- ज्यादा शुगर वाली चीजे भी न खाएं।
मस्से खत्म करने का इलाज
अगर आपके भी मस्से हैं और आप इनसे छुटकारा पाना चाहतें हैं तो आप भी कुछ घरेलू नुस्खे अपना सकते हैं. घरेलू नुस्खे कई बार काफी अच्छा प्रभाव डालते हैं. और फिर आगे हम बात करेंगे पतंजलि मस्सा की दवाई के बारे में. फिर आपके ऊपर है आप घर के नुस्खे अपनाना चाहते हैं या फिर पतंजलि मस्सा की दवाई का उपयोग करना चाहते हैं.
मस्सों को दूर करने के लिए उनपर बाल बाँध दे
अगर आपको भी मस्से को काटना चाहते हैं तो उस पर अपना एक बाल बांध दें. जिससे मस्से में खून जा बंद हो जायगा और कुछ दिन बाद वो अपने आप टूट कर गिर जायगा।
मस्से दूर करने के लिए लगाएं प्याज का रस
मास्सा दूर करने के लिए उसपर रोज प्याज का रास लगायें। जिससे मास्सा सूख जायगा। और वो हट जायगा।
मस्सों को दूर करने के लिए लगाएं आलू
दिन में 3-4 बार कच्चे आलू को मस्से पर लगाने और रगड़ने से मास्सा सूख के हट जायगा।
मस्सों को दूर करने के लिए लगाएं बरगद का पत्ता
बरगद के पत्तो का रास मस्सो पर लगाने से भी मास्सा सूख जाता है और हट जायगा।
मस्सों को दूर करने के लिए लगाएं अलसी के बीज
अलसी के बीजों को पीस के रख लें। इसके बाद इसमें अलसी का तेल और शहद मिलाकर इस मिश्रण को मस्से पर लगाएं, चार से पांच दिन में आपको परिणाम दिखने लगेगा।
मस्से दूर करने के लिए लगाएं लहसुन की कली
लहसुन की चिली हुई कली को काट लें. और इसको मस्से पर मले. कुछ समय बाद ही मास्सा सूख जाता है और हट जायगा।
पतंजलि मस्सा की दवाई – Patanjali Warts Medicine
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डॉक्टर के पास कब जाए?
अगर आपको मस्से बार बार और बहुत सारे निकल रहे हैं तो आपको डॉक्टर के पास चला जाना चाइये। ऐसे में आपको स्किन वाले डॉक्टर के पास जाना चाइये जिनको डर्मोटोलॉजिस्ट कहते है.
निष्कर्ष
आज हमने जाना पतंजलि मस्सा की दवाई (Patanjali Wart Medicine) के बार में. मास्सा क्यों होता है, मस्से को कैसे हटाएँ, और मास्सा हटाने के घरेलू उपाए के बारें में.
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